
रायगढ़// पुसौर ब्लॉक के कोतासुरा गांव में देर रात हुई एक चौंकाने वाली घटना ने ग्रामीणों में आक्रोश फैला दिया है। ग्रामीणों के अनुसार, सरपंच पति दिलीप माली और जनपद सदस्य विनोद पटेल ने रात के अंधेरे में जेसीबी से गांव की पानी टंकी को अवैध तरीके से तोड़ दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि यह पानी टंकी पूरे साल भर गांव के लोगों के निस्तारी कार्यों के लिए उपयोग में लाई जाती थी और पूरी तरह सुरक्षित व चालू स्थिति में थी। बावजूद इसके, बिना किसी आधिकारिक प्रक्रिया या पंचायत प्रतिवेदन के टंकी को तोड़ दिया गया।
पंचायत सचिव को भी इस कार्रवाई की जानकारी नहीं थी। जब मीडिया के माध्यम से मामला सामने आया, तब सचिव रूपेंद्र साव हरकत में आया और आनन-फानन में टंकी को ‘जर्जर’ घोषित करते हुए पुराने प्रस्ताव और पंचनामा में जोड़कर औपचारिकता पूरी कर सरपंच पति और जनपद सदस्य द्वारा किए गए अवैध कार्य पर पर्दा डालने की कोशिश किया गया।
इस घटना पर जब हमने जनपद पंचायत पुसौर के सीईओ विवेक गोस्वामी से बात की गई, तो उन्होंने कहा,
> “कोतासुरा गांव में पानी टंकी तोड़ने के मामले की मुझे जानकारी नहीं थी। आपके माध्यम से मुझे जानकारी मिली है। मैं तत्काल संज्ञान में लेकर जांच करवाता हूं।”
ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच पति और जनपद सदस्य की दबंगई में पंचायत सचिव भी मौन समर्थन दे रहा है। अब सवाल उठ रहा है कि “क्या बिना पंचायत प्रस्ताव और तकनीकी जांच के सरकारी संपत्ति को इस तरह तोड़ा जा सकता है?
क्या इस मामले में जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी या फिर यह मामला भी दबा दिया जाएगा?
फिलहाल, ग्रामीण प्रशासन से इस घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अब देखना होगा कि जनपद सीईओ द्वारा जांच कर वास्तव में कार्रवाई की जाएगी या फिर सिर्फ आश्वासन मात्र देकर अपना पल्ला झाड़ लिया जाएगा।














